जु + यङ्लुक् + णिच् ધાતુ રૂપ - जुङ् गतौ - भ्वादिः - કર્મણિ પ્રયોગ લિટ્ લકાર આત્મને પદ
એકવચન
દ્વિ વચન
બહુવચન
પ્રથમ પુરુષ
મધ્યમ પુરુષ
ઉત્તમ પુરુષ
એક.
દ્વિ
બહુ.
પ્રથમ
जोजावयाञ्चक्रे / जोजावयांचक्रे / जोजावयाम्बभूवे / जोजावयांबभूवे / जोजावयामाहे
जोजावयाञ्चक्राते / जोजावयांचक्राते / जोजावयाम्बभूवाते / जोजावयांबभूवाते / जोजावयामासाते
जोजावयाञ्चक्रिरे / जोजावयांचक्रिरे / जोजावयाम्बभूविरे / जोजावयांबभूविरे / जोजावयामासिरे
મધ્યમ
जोजावयाञ्चकृषे / जोजावयांचकृषे / जोजावयाम्बभूविषे / जोजावयांबभूविषे / जोजावयामासिषे
जोजावयाञ्चक्राथे / जोजावयांचक्राथे / जोजावयाम्बभूवाथे / जोजावयांबभूवाथे / जोजावयामासाथे
जोजावयाञ्चकृढ्वे / जोजावयांचकृढ्वे / जोजावयाम्बभूविध्वे / जोजावयांबभूविध्वे / जोजावयाम्बभूविढ्वे / जोजावयांबभूविढ्वे / जोजावयामासिध्वे
ઉત્તમ
जोजावयाञ्चक्रे / जोजावयांचक्रे / जोजावयाम्बभूवे / जोजावयांबभूवे / जोजावयामाहे
जोजावयाञ्चकृवहे / जोजावयांचकृवहे / जोजावयाम्बभूविवहे / जोजावयांबभूविवहे / जोजावयामासिवहे
जोजावयाञ्चकृमहे / जोजावयांचकृमहे / जोजावयाम्बभूविमहे / जोजावयांबभूविमहे / जोजावयामासिमहे