परि + कङ्क् + णिच् Dhatu Roop - ककिँ गत्यर्थः - भ्वादिः - कर्तरि प्रयोगः लोट् लकारः आत्मने पदम्


 
 
एकवचनम्
द्विवचनम्
बहुवचनम्
प्रथम पुरुषः
मध्यम पुरुषः
उत्तम पुरुषः
 
एक
द्वि
बहु
प्रथम
परिकङ्कयताम्
परिकङ्कयेताम्
परिकङ्कयन्ताम्
मध्यम
परिकङ्कयस्व
परिकङ्कयेथाम्
परिकङ्कयध्वम्
उत्तम
परिकङ्कयै
परिकङ्कयावहै
परिकङ्कयामहै