श्रु Dhatu Roop - कर्मणि प्रयोगः लिट् लकारः आत्मने पदम्
श्रु श्रवणे - भ्वादिः
एकवचनम्
द्विवचनम्
बहुवचनम्
प्रथम पुरुषः
शुश्रुवे
शुश्रुवाते
शुश्रुविरे
मध्यम पुरुषः
शुश्रुषे
शुश्रुवाथे
शुश्रुढ्वे
उत्तम पुरुषः
शुश्रुवे
शुश्रुवहे
शुश्रुमहे
प्रथम
शुश्रुवे
शुश्रुवाते
शुश्रुविरे
मध्यम
शुश्रुषे
शुश्रुवाथे
शुश्रुढ्वे
उत्तम
शुश्रुवे
शुश्रुवहे
शुश्रुमहे