आङ् + क्ष्णु + णिच् ধাতু ৰূপ - क्ष्णु तेजने - अदादिः - কৰ্তৰি প্ৰয়োগ আশীৰ্লিঙ্ লকাৰ পৰস্মৈ পদ


 
 
একবচন
দ্ৱিৱচন
বহুবচন
প্ৰথম পুৰুষ
মধ্যম পুৰুষ
উত্তম পুৰুষ
 
এক.
দ্ৱি
বহু.
প্ৰথম
आक्ष्णाव्यात् / आक्ष्णाव्याद्
आक्ष्णाव्यास्ताम्
आक्ष्णाव्यासुः
মধ্যম
आक्ष्णाव्याः
आक्ष्णाव्यास्तम्
आक्ष्णाव्यास्त
উত্তম
आक्ष्णाव्यासम्
आक्ष्णाव्यास्व
आक्ष्णाव्यास्म