কৃদন্ত - दुर् + स्खल् + यङ् + णिच् - स्खलँ सञ्चलने मित् इति भोजः ०९३१ - भ्वादिः - सेट्


 
কৃৎ প্ৰত্যয়
কৃদন্ত
ल्युट्
दुश्चास्खलनम्
अनीयर्
दुश्चास्खलनीयः - दुश्चास्खलनीया
ण्वुल्
दुश्चास्खलकः - दुश्चास्खलिका
तुमुँन्
दुश्चास्खल्ययितुम्
तव्य
दुश्चास्खल्ययितव्यः - दुश्चास्खल्ययितव्या
तृच्
दुश्चास्खल्ययिता - दुश्चास्खल्ययित्री
ल्यप्
दुश्चास्खल्य
क्तवतुँ
दुश्चास्खल्यितवान् - दुश्चास्खल्यितवती
क्त
दुश्चास्खल्यितः - दुश्चास्खल्यिता
शतृँ
दुश्चास्खल्ययन् - दुश्चास्खल्ययन्ती
शानच्
दुश्चास्खल्ययमानः - दुश्चास्खल्ययमाना
यत्
दुश्चास्खल्यः - दुश्चास्खल्या
अच्
दुश्चास्खलः - दुश्चास्खला
दुश्चास्खला


সনাদি প্ৰত্যয়

উপসৰ্গ